देखना शतरंज का बेडा सजाया जायेगा
फिर प्यादों को वजीरो से लड़ाया जायेगा......
दाग चहरों पर बहुत है क्या करे बेगम भला
महलो से बस आइनों को ही हटाया जायेगा.....
जो चला ढाई कदम और लडखडाकर गिर गया
दाव ऐसे घोड़ो पर ही फिर लगाया जायेगा......
रोंद डाले अपने प्यादे ही ये उनकी चाल है
मदमस्त रण के हाथियों को ही बनाया जायेगा....
वो लगे करवट बदलने दाव उल्टा चल गये
चाल तिरछी ऊंट की सीधा चलाया जायेगा....
अब वजीरो की कहाँ रौशन पुरानी आब है
शान रुतबा खाक में उनका मिलाया जायेगा..............
"धीर" शतरंज की ये चाले अब समझ आने लगी
आग पर बर्तन पुराना ही चढ़ाया जायेगा..........

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